परंतु हैरानी वाली बात यह है कि यह moye moye disease जो है वह बहुत खतरनाक डिजीज है। और यह हमारे मानसिक संतुलन को खराब कर सकता है।
यदि आपने मोया मोया डिजीज के बारे में कहीं से सुना होगा तो आपके मन में moye moye disease से संबंधित एक सवाल हुआ कि what is moye moye disease
इन सभी के अलावा काफी लोगों के मन में यह सवाल उठता है कि
तो इस आर्टिकल के माध्यम से हम इस डिजीज का पर्दाफाश करेंगे और इससे जुड़ी सभी प्रश्न और उत्तर के बारे में जानेंगे
मोया मोया जो डिजीज है जो बीमारी है यह बेसिकली एक जापानी शब्द है जिसका अर्थ है "धुएं का गुब्बार" जी हां दोस्तों इसका अर्थ है धुएं का गुब्बार। अब इसका नाम यह क्यों पड़ा इसके बारे में भी हम चर्चा करेंगे आगे आपको पता चलेगा कि जापानी में इसका नाम मोया मोया क्यों रखा।
मोये मोये डिजीज में जो हृदय से मस्तिक की तरफ जो आर्टिरीज होती है जिसे धमनिया कहते हैं वह धमनिया या आर्टिरीज में सिकुड़न आ जाती हैँ अर्थात सिकुड़ने के कारण यह बीमारी होती है। हमारे मस्तिष्क के आर्टिरीज का नाम कुछ इस प्रकार है
1-(करोटिड आर्टिरिस )
2-(anterior आर्टिरिज)
यह धीरे धीरे करके सिकुड़ने लगता हैं जिसका अंजाम यह होता है कि हमारे मस्तिष्क को ब्लड सप्लाई कम हो जाता है।
और इसके दौरान हमारे मस्तिष्क धीरे धीरे काम करना बंद करने लगती है वर्तमान प्रकार की मस्तिष्क से संबंधित समस्या है जाती है और मस्तिष्क के अंदर ही किसी भाग में "धुएं का गुब्बार" जैसे बनने लगता है।
और कई केसेस में ब्रेन हेमरेज और ब्रेन में ब्लीडिंग यानी रक्त स्राव होने लगता है। क्योंकि हमारे हृदय से मस्तिष्क तक खून का स्त्राव अच्छे से न होने के कारण हमारे मस्तिष्क पर प्रेशर आने लगता है। और इसका कार्य क्षमता धीरे धीरे कम होने लगता है।
ये मोया मोया डिजीज मुख्यतः दो उम्र के ग्रुप में अधिक देखने को मिलते हैं पहले बच्चों में यह बीमारी अधिक देखने को मिलती है। और दूसरा एक पर्टिकुलर age ग्रुप के बाद लोगों में यह बीमारी देखने को मिलती है।
हालांकि इसका इलाज भी उम्र ग्रुप के हिसाब से अलग अलग होता है। अर्थात बच्चों के लिए इसका इलाज अलग होता है और एडल्ट लोगों के लिए इसका इलाज अलग होता है।
इसके पहचान का पता लगाने के लिए मरीज क़ो सीटी स्कैन करने के बाद हमें एक विशेष एंजियोग्राम करना होता है जिसे DSA कहा जाता है।
इसी एंजियोग्राम करने के बाद हमें पता चलता है कि मरीज को मोयामोया बीमारी है और इसके बाद हम इसका ट्रीटमेंट करने पर लग जाते हैं।
मोया मोया बीमारी के इलाज के लिए मुख्यतः सर्जरी के द्वारा ही इसका इलाज होता है
यह सर्जरी मुख्यतः दो प्रकार से हो सकते हैं
इस सर्जरी के दौरान डॉक्टर क्या करते हैं
की जो आर्टिरीज हमारे मस्तिष्क के स्किन की यानी चमड़ी में है उनको निकाल कर हमारे मस्तिष्क के आर्टिरीज में जोड़ दिया जाता है माइक्रो सर्जरी के तकनीक द्वारा और वह सर्जरी से हमारा ब्लड डायरेक्ट मस्तिष्क तक पहुंचता है।
यह तकनीक उन लोगों के लिए बनाई जाती है जिन्हे डायरेक्ट सर्जरी संभव नहीं होता है। अर्थात यह छोटे बच्चों के के इलाज के लिए इनडायरेक्ट वैस्कुलराइजेशन का तकनीक को अपनाते हैं।
Note: यह जरूरी नहीं की सर्जरी के बाद मनुष्य पूरी तरह से ठीक हो जाए क्योंकि कई स्थिति में देखा गया है की सर्जरी के बाद भी मरीज को पूरी तरह से बीमारी से छुटकारा नहीं मिला है।
और इसका खास तौर बढ़िया इलाज शुरुआती कंडीशन पर इलाज करने पर होता है। अर्थात बीमारी की गंभीरता अधिक से ज्यादा बढ़ जाने पर सर्जरी करने के बाद भी इसका इलाज नहीं हो पता है।
what is moye moye disease in hindi
मोया मोया जो डिजीज है जो बीमारी है यह बेसिकली एक जापानी शब्द है जिसका अर्थ है "धुएं का गुब्बार" जी हां दोस्तों इसका अर्थ है धुएं का गुब्बार। अब इसका नाम यह क्यों पड़ा इसके बारे में भी हम चर्चा करेंगे आगे आपको पता चलेगा कि जापानी में इसका नाम मोया मोया क्यों रखा।
मोये मोये डिजीज में जो हृदय से मस्तिक की तरफ जो आर्टिरीज होती है जिसे धमनिया कहते हैं वह धमनिया या आर्टिरीज में सिकुड़न आ जाती हैँ अर्थात सिकुड़ने के कारण यह बीमारी होती है। हमारे मस्तिष्क के आर्टिरीज का नाम कुछ इस प्रकार है
1-(करोटिड आर्टिरिस )
2-(anterior आर्टिरिज)
यह धीरे धीरे करके सिकुड़ने लगता हैं जिसका अंजाम यह होता है कि हमारे मस्तिष्क को ब्लड सप्लाई कम हो जाता है।
और इसके दौरान हमारे मस्तिष्क धीरे धीरे काम करना बंद करने लगती है वर्तमान प्रकार की मस्तिष्क से संबंधित समस्या है जाती है और मस्तिष्क के अंदर ही किसी भाग में "धुएं का गुब्बार" जैसे बनने लगता है।
और कई केसेस में ब्रेन हेमरेज और ब्रेन में ब्लीडिंग यानी रक्त स्राव होने लगता है। क्योंकि हमारे हृदय से मस्तिष्क तक खून का स्त्राव अच्छे से न होने के कारण हमारे मस्तिष्क पर प्रेशर आने लगता है। और इसका कार्य क्षमता धीरे धीरे कम होने लगता है।
ये मोया मोया डिजीज मुख्यतः दो उम्र के ग्रुप में अधिक देखने को मिलते हैं पहले बच्चों में यह बीमारी अधिक देखने को मिलती है। और दूसरा एक पर्टिकुलर age ग्रुप के बाद लोगों में यह बीमारी देखने को मिलती है।
हालांकि इसका इलाज भी उम्र ग्रुप के हिसाब से अलग अलग होता है। अर्थात बच्चों के लिए इसका इलाज अलग होता है और एडल्ट लोगों के लिए इसका इलाज अलग होता है।
मोया मोया डिजिज के क्या पहचान या लक्षण है
इसके पहचान का पता लगाने के लिए मरीज क़ो सीटी स्कैन करने के बाद हमें एक विशेष एंजियोग्राम करना होता है जिसे DSA कहा जाता है।
इसी एंजियोग्राम करने के बाद हमें पता चलता है कि मरीज को मोयामोया बीमारी है और इसके बाद हम इसका ट्रीटमेंट करने पर लग जाते हैं।
मोया मोया बीमारी के इलाज के लिए मुख्यतः सर्जरी के द्वारा ही इसका इलाज होता है
यह सर्जरी मुख्यतः दो प्रकार से हो सकते हैं
1- डायरेक्ट वैस्कुलराइजेश
इस सर्जरी के दौरान डॉक्टर क्या करते हैं
की जो आर्टिरीज हमारे मस्तिष्क के स्किन की यानी चमड़ी में है उनको निकाल कर हमारे मस्तिष्क के आर्टिरीज में जोड़ दिया जाता है माइक्रो सर्जरी के तकनीक द्वारा और वह सर्जरी से हमारा ब्लड डायरेक्ट मस्तिष्क तक पहुंचता है।
2-( इनडायरेक्ट वैस्कुलराइजेशन)
यह तकनीक उन लोगों के लिए बनाई जाती है जिन्हे डायरेक्ट सर्जरी संभव नहीं होता है। अर्थात यह छोटे बच्चों के के इलाज के लिए इनडायरेक्ट वैस्कुलराइजेशन का तकनीक को अपनाते हैं।
Note: यह जरूरी नहीं की सर्जरी के बाद मनुष्य पूरी तरह से ठीक हो जाए क्योंकि कई स्थिति में देखा गया है की सर्जरी के बाद भी मरीज को पूरी तरह से बीमारी से छुटकारा नहीं मिला है।
और इसका खास तौर बढ़िया इलाज शुरुआती कंडीशन पर इलाज करने पर होता है। अर्थात बीमारी की गंभीरता अधिक से ज्यादा बढ़ जाने पर सर्जरी करने के बाद भी इसका इलाज नहीं हो पता है।
इन सभी के अलावा काफी लोगों के मन में यह सवाल उठता है कि
क्या मोया मोया रोग को इलाज सर्जरी के द्वारा पूरी तरह से खत्म किया जा सकता है?
इसका सीधा उत्तर हम नहीं बता सकते क्योंकि इसको ठीक करने के दो प्रमुख कारण है बीमारी की गंभीरता और मनुष्य की स्थिति।
हालांकि कुछ लोगों को सर्जरी के बाद अभी बहुत सारी दिक्कतें आती हैं।
लेकिन अधिकतर मामलों में सर्जरी के बाद आप बिना किसी ब्रेन स्ट्रोक या किसी अन्य दिक्कत के लंबे समय तक अपनी जिंदगी को जी सकते हैं।
Desclaimer
इस लेख में लिखी गई सभी पंक्तियां इंटरनेट के माध्यम से लोगों तक पहुंचाने का कार्य किया जा रहा है। कृपया कर इसमें लिखी किसी विधियां या उपाय के बारे में कदम उठाने से पहले एक बार चिकित्सक से परामर्श ले ले। और उनके बताए हुए निर्देश के अनुसार ही इससे संबंधित किसी प्रकार का इलाज करें। अन्यथा इसके किसी प्रकार के दुष्प्रभाव में हमारी साइट और उसके ऑथर पर जिम्मेदारी नहीं होगी।
इसका सीधा उत्तर हम नहीं बता सकते क्योंकि इसको ठीक करने के दो प्रमुख कारण है बीमारी की गंभीरता और मनुष्य की स्थिति।
हालांकि कुछ लोगों को सर्जरी के बाद अभी बहुत सारी दिक्कतें आती हैं।
लेकिन अधिकतर मामलों में सर्जरी के बाद आप बिना किसी ब्रेन स्ट्रोक या किसी अन्य दिक्कत के लंबे समय तक अपनी जिंदगी को जी सकते हैं।
Desclaimer
इस लेख में लिखी गई सभी पंक्तियां इंटरनेट के माध्यम से लोगों तक पहुंचाने का कार्य किया जा रहा है। कृपया कर इसमें लिखी किसी विधियां या उपाय के बारे में कदम उठाने से पहले एक बार चिकित्सक से परामर्श ले ले। और उनके बताए हुए निर्देश के अनुसार ही इससे संबंधित किसी प्रकार का इलाज करें। अन्यथा इसके किसी प्रकार के दुष्प्रभाव में हमारी साइट और उसके ऑथर पर जिम्मेदारी नहीं होगी।
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